tag:blogger.com,1999:blog-4732584408891354095.post3998852814100170855..comments2024-02-09T23:50:09.855-08:00Comments on केटी की कांव-कांव: भरपूर उम्र की महिला का चले जानाkewal tiwari केवल तिवारीhttp://www.blogger.com/profile/13375702823903745033noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-4732584408891354095.post-80524319080405221712017-01-30T02:29:32.374-08:002017-01-30T02:29:32.374-08:00ये यादें ही तो है जीने का सहाराये यादें ही तो है जीने का सहाराkewal tiwari केवल तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/13375702823903745033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4732584408891354095.post-6772235834614170192017-01-07T06:21:06.716-08:002017-01-07T06:21:06.716-08:00मैने भी कई बार सोचा की दादी से मिल आयु
लेकिन मैने ...मैने भी कई बार सोचा की दादी से मिल आयु<br />लेकिन मैने कल पर टाल दिया इसलिए इंसान को <br />कभी भी कोइै काम कल पर नही टालना चाहिए <br />हर काम को समय पर करना चाहिए <br /><br />i miss you दादी जी<br /><br />सूरज रावत<br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/07861962214670998703noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4732584408891354095.post-10538115259061589592017-01-07T06:13:48.355-08:002017-01-07T06:13:48.355-08:00दादी की याद में आज भी आंखे भर आती हैं,
उनका वो स्...दादी की याद में आज भी आंखे भर आती हैं, <br />उनका वो स्नेह, <br />वो दुलार, <br />अब सूनापन लाती हैं, <br />उनकी जगह खाली देख, रह-रह कर याद आती है। <br /><br />दादी की याद में ................Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/07223372038186928630noreply@blogger.com