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Monday, July 25, 2022

आंगन की हरियाली, सीधे न करें जुगाली... पत्तों को सेवन से पहले धोएं जरूर

केवल तिवारी आपके आंगन में भी छोटी-मोटी बगिया होगी। गमले तो कम से कम होंगे ही। इन दिनों तो किचन गार्डन का भी शौक नये रूप में उभर रहा है। ऐसा ही शौक मेरा भी है। फूल के पौधों के अलावा कुछ रोजमर्रा के काम आने वाले भी पौधे लगाए हैं जैसे तुलसी, पुदीना, सदाबहार, आजवाइन वगैरह-वगैरह। आप लोग भी लगाते ही होंगे? यह पूछने का मेरा मकसद यह नहीं कि मैं कोई बागवानी टिप्स आपके लिए लेकर आया हूं, बल्कि सिर्फ यह ताकीद करना है कि गमले से सीधे तोड़कर पत्ते को चबाने से जरा परहेज करें।
यूं तो बरसात के मौसम में हरी पत्तियों या हरी सब्जी से बचने की सलाह दी जाती है, साथ ही यदि इनका इस्तेमाल करना ही हो तो अच्छी तरह से साफ करके खाने की सलाह दी जाती है, लेकिन यहां पर मैं आपको कोई आयर्वेद का ज्ञान भी आप अपना रुटीन अपने हिसाब से रखें, बस ध्यान रखें कि इस मुगालते में न रहें कि गमले तो आपके आंगन में हैं, आप उसमें नियमित खाद-पानी करते हैं, शुद्ध हैं इसलिए जब चाहें सीधे पत्ते तोड़े और सेवन कर लिया। जैसे कभी तुलसी का पत्ता चबा लिया, कभी सदा बहार का पत्ता लगे खाने। लेकिन ध्यान रखिएगा इन पत्तों को सीधे खाना नुकसानदायक हो सकता है। असल में पिछले दिनों शाम के वक्त मैं आंगन में बैठा था, वहां पुदीने के गमले के पास एक छिपकली दीवार पर लगी किसी चीज को चाट रही थी। यह क्रम लंबे समय तक चलता रहा (देखें वीडियो) इसके कुछ समय बाद ही मैंने देखा कि छिपकली पत्तों के बीच में भी बैठी है हालांकि वह तुरंत भाग गयी इसलिए फोटो या वीडियो नहीं बन पाया। इसी तरह कभी मक्खी, कभी मच्छर इन पत्तों पर बैठे दिखने लगे। पौधा चाहे इनडोर हो या आउटडोर, ऐसे खतरे बने रहते हैं। मैंने यह बात एक-दो मित्रों को बताई तो उनकी पहली प्रतिक्रिया थी, ‘अरे हम तो सीधे तोड़कर कई बार पत्ता मुंह में डाल लेते हैं।’ अब वो भी इस बात को मान रहे हैं कि सफाई तो जरूरी है। तो जब भी अपने ही गमलों की या किचन गार्डन की कोई पत्ती तोड़ रहे हों तो उसे सेवन से पहले धो लें। एक सज्जन तो कहने लगे कि मैं तो कभी-कभी कोई सूखी सी लकड़ी तोड़कर दांत में डाल लेता था, यह भी खतरनाक है। चलिए आज की बात बस इतनी...।

2 comments:

Naren said...

Tabhi se tulsi ke patte sidhe khane band. Ab dho kar kahte hai sir

Anonymous said...

Bilkul sahi