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Tuesday, November 11, 2025

चंडीगढ़, द ट्रिब्यून स्कूल और मैं

खबर एवं क्लिप्स: साभार दैनिक ट्रिब्यून 

केवल तिवारी
आज इस ब्लॉग को लिखने का मुख्य कारण चंडीगढ़ के सेक्टर 29 स्थित द ट्रिब्यून स्कूल में चले दो दिवसीय मॉडल युनाइटेड नेशंस यानी एमयूएन की कवरेज है। शनिवार 8 नवंबर और रविवार 9 नवंबर तक दो दिन तक कार्यक्रम चला। मेरी मूल कवरेज शनिवार की रही। जिसकी मूल खबर और अखबार में प्रकाशित खबर की कटिंग को साझा करूंगा। इसी बहाने अपने कुछ अनुभव इस तरह से हैं-
चंडीगढ़ को अपनी कर्मभूमि बनाए हुए लगभग डेढ़ दशक होने वाला है। इतने ही समय से द ट्रिब्यून स्कूल से नाता जुड़ा है। कभी बतौर पत्रकार कार्यक्रमों की कवरेज के नाते और कभी बच्चों के अभिभावक के तौर पर पीटीएम में जाने के नाते। पहले यह ट्रिब्यून मॉडल स्कूल था, फिर बना द ट्रिब्यून स्कूल। उस वक्त ट्रिब्यून समाचार पत्र समूह के दैनिक ट्रिब्यून से जुड़ा। कुछ समय इस शहर में अकेला रहा फिर वसुंधरा, गाजियाबाद से बच्चों को भी यहीं शिफ्ट करने की तैयारी हुई। तमाम लोगों से बातचीत और खुद स्कूलों में जाकर कुछ दिन होमवर्क किया। फाइनली यही तय किया कि ट्रिब्यून स्कूल में ही बच्चों को पढ़ाया जाये, अगर एडमिशन मिल जाये तो। विकल्प के तौर पर और स्कूलों के लिए भी तैयारी रखी थी, क्योंकि बच्चों को साथ ही लाना था। ट्रिब्यून स्कूल में बात की तो पता चला कि फॉर्म भरना होगा। बड़े बेटे को कक्षा 6 और छोटे को एलकेजी में दाखिला दिलाना था। हालांकि मैंने एक गलती कर दी कि छोटे का नर्सरी के लिए फॉर्म भर दिया। तीन महीने बाद अनुरोध और एक छोटे से टेस्ट के बाद उसे एलकेजी में दाखिला मिल गया। खैर... स्कूल में बताया गया कि बड़े बेटे की पहले लिखित परीक्षा होगी, फिर इंटरव्यू। छोटे का सिर्फ बातचीत आधारित टेस्ट। मैं तय तिथि के अनुसार एक हफ्ते के लिए बच्चों को लेकर आया। टेस्ट दिलवाया। दोनों का एडमिशन हो गया। बड़े बेटे कार्तिक ने यहां दसवीं तक पढ़ाई की और छोटा धवल अभी दसवीं में है। बड़ा अभी जॉब में लग गया है, छोटे की तमन्नाएं उड़ान भर रही हैं। धवल को साथ मिला है उसके मामा के बेटे भव्य जोशी का। भव्य के पिता भास्कर का दो साल पहले चंडीगढ़ ट्रांसफर हो गया। उन्होंने भी द ट्रिब्यून स्कूल में उसके लिए कोशिश की और एडमिशन मिल गया। 8 और 9 नवंबर, 2025 को हुए कार्यक्रम में लंबे अरसे बाद फिर एक बार कवरेज के लिए गया, हालांकि स्कूल की खबरें यदा-कदा करता रहता हूं। यह कार्यक्रम खास था। ऐसा यह दूसरा आयोजन है। इसमें मुख्य अतिथि रहे पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के जस्टिस अमन चौधरी। इस मौके पर द ट्रिब्यून ट्रस्ट के ट्रस्टी एवं पूर्व राज्यपाल गुरबचन जगत, महाप्रबंधक अमित शर्मा, प्रिंसिपल रानी पोद्दार, शिक्षकगण एवं विभिन्न विद्यार्थी मौजूद रहे।
इस दो दिवसीय आयोजन की कवरेज की पूरी स्टोरी और दैनिक ट्रिब्यून की क्लिप यहां साझा कर रहा हूं 



द ट्रिब्यून स्कूल में दो दिवसीय द ट्रिब्यून एमयूएन  
बेहतरीन मंच पर उत्साही बच्चों का वैश्विक हुनर
खुद से शुरुआत करें नेक कार्यों की : जस्टिस अमन चौधरी
बच्चे कल के नेता, सबको शुभकामनाएं : गुरबचन जगत
केवल तिवारी/ट्रिन्यूचंडीगढ़, 8 नवंबर
विभिन्न देशों के 'प्रतिनिधि' एक मंच पर। संयुक्त राष्ट्र का नजारा। चर्चाएं अपने देश के संसद में भी। पक्ष-विपक्ष में बहस-मुबाहिसें। माहौल उत्साह का। कुछ सीखने का। जानकारी जुटाने को हर कोई आतुर क्योंकि ये राजनयिक, ये नेता और ये प्रतिनिधि सभी बच्चे हैं। जी हां, शनिवार को सेक्टर 29 स्थित 'द ट्रिब्यून स्कूल' प्रांगण का नजारा जोश और उत्साह से भरपूर था। मौका था दो दिवसीय 'ट्रिब्यून मॉडल युनाइटेड नेशंस (एमयूएन)' के सीजन-दो का। इस कार्यक्रम के पहले दिन ट्राईसिटी के विभिन्न स्कूलों के 250 विद्यार्थियों ने पंजीकरण करायाचितकारा विश्वविद्यालय द्वारा प्रायोजित और ग्रिड एडवरटाइजिंग द्वारा संचालित इस दो दिवसीय द ट्रिब्यून एमयूएन के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि रहे पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के जस्टिस अमन चौधरी। कार्यक्रम में नागालैंड, मणिपुर के पूर्व राज्यपाल एवं द ट्रिब्यून के ट्रस्टी गुरबचन जगत, ट्रिब्यून ट्रस्ट के महाप्रबंधक अमित शर्मा आदि मौजूद रहे। इस तरह के आयोजन की सराहना करते हुए अपने संबाेधन में मुख्य अतिथि जस्टिस चौधरी ने कहा, 'विचारों में असहमति हो सकती है, लेकिन दूसरों को सुनना भी बहुत बड़ी कला है।' कार्यक्रम में शिरकत कर रहे बच्चों को सौभाग्यशाली बताते हुए जस्टिस चौधरी ने कहा कि अपनी तुलना किसी दूसरे से मत कीजिए, हर कोई 'यूनीक' है। प्रतियोगी भाव रखिए, लेकिन ईर्ष्या नहीं। साथ ही उन्होंने किसी भी नेक कार्य की शुरुआत खुद से करने पर जोर दिया। अपने संबोधन में पूर्व राज्यपाल एवं द ट्रिब्यून के ट्रस्टी गुरबचन जगत ने युवा प्रतिभागियों को संयुक्त राष्ट्र के मॉडल से परिचित कराया और इसके इतिहास और अंतर्दृष्टि को साझा किया, ताकि युवा स्कूली विद्यार्थियों को संयुक्त राष्ट्र की अवधारणा समझने में मदद मिल सके। बच्चों से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा, 'आप सभी कल के नेता हैं। मैं सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देता हूं।' इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई। स्कूल के संगीत विभाग ने सुंदर प्रस्तुति दी। प्रिंसिपल रानी पोद्दार ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बच्चों को शुभकमानाएं दी। उद्घाटन समारोह के बाद बच्चों ने अलग-अलग सत्रों में अपने जोशीले अंदाज से अपनी बात रखीं। रविवार को कार्यक्रम का समापन होगा और विजयी टीमों को पुरस्कृत किया जाएगा। उद्घाटन दिवस पर, छात्रों ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में भाग लिया, जिसमें सतत विकास के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और शासन के नियमन पर चर्चा की गई। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने इज़राइल-गाजा संघर्ष के क्षेत्रीय प्रभावों की रोकथाम और मध्य पूर्व में स्थिरता पर चर्चा की। और, मानवाधिकार परिषद (एचआरसी) ने संघर्ष क्षेत्रों में यातना, मनमानी हिरासत और न्यायेतर हत्याओं पर बहस की। अंतर्राष्ट्रीय प्रेस, पत्रकारिता और फ़ोटोग्राफ़ी समितियों से जुड़े कार्यक्रमों के अलावा, ये कार्यक्रम रविवार को भी जारी रहेंगे।
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प्रोजेक्ट उड़ानभूमिकार्यक्रम का एक और मुख्य आकर्षण रहा- प्रोजेक्ट उड़ानभूमि। यह आनवी मधु चितकारा द्वारा स्थापित एक छात्र-नेतृत्व वाला गैर-सरकारी संगठन है जो पर्यावरण जागरूकता को समर्पित है। एनजीओ की टीम ने द ट्रिब्यून एमयूएन में एक स्टॉल लगाया। यहां टीम ने अपनी भावुक पहल 'एक पेड़ समर्पित करें' का प्रदर्शन किया। स्टॉल का नेतृत्व संस्थापक आनवी ने किया।
यहां पेस्ट कर रहा हूं उस खबर की क्लिप जो हमारे अखबार में प्रकाशित हुई। जय हो

दूसरे दिन की कवरेज 


प्रतिभा को मंच मिला तो सपनों के फलक पर लहराया परचम 
द ट्रिब्यून स्कूल में दो दिवसीय द ट्रिब्यून एमयूएन संपन्न 
केवल तिवारी/ट्रिन्यूचंडीगढ़, 9 नवंबर 
हर प्रतिभागी ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। जिस देश का प्रतिनिधित्व मिला, वहां की बात को तर्कों के साथ रखा। इन राजनयिकों, नेताओं के बीच से 'सर्वश्रेष्ठ का चयन' करना एकबारगी निर्णायक मंडल के लिए भी मुश्किल हो गया। आखिरकार मंच पर अपनी प्रतिभा का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों को लगा मानो सपनों के फलक पर सच का परचम लहरा दिया। जो पुरस्कृत श्रेणी में नहीं आ सके, उन्हें भी बहुत कुछ सीखने को मिला। हम बात कर रहे हैं सेक्टर 29 स्थित द ट्रिब्यून स्कूल में आयोजित दो दिवसीय 'द ट्रिब्यून मॉडल युनाइटेड नेशंस (एमयूएन)' के समापन समारोह का। रविवार शाम कार्यक्रम में प्रतिभागी ट्राईसिटी के अनेक स्कूलों के बच्चों में सर्वोत्तम प्रस्तुति देने वालों को पुरस्कृत किया गया। पंजाब विश्वविद्यालय के विधि विभाग की अध्यक्ष डॉ. वंदना अरोड़ा, द ट्रिब्यून की प्रधान संपादक ज्योति मल्होत्रा; द ट्रिब्यून के महाप्रबंधक अमित शर्मा और द ट्रिब्यून स्कूल की प्रधानाचार्या रानी पोद्दार ने विजेताओं को पुरस्कृत किया। चितकारा विश्वविद्यालय द्वारा प्रायोजित और ग्रिड एडवरटाइजिंग द्वारा संचालित इस दो दिवसीय द ट्रिब्यून एमयूएन समारोह के समापन पर जिन विद्यार्थियों को विभिन्न श्रेणियों के तहत विजेता घोषित किया गया उनमें यूएनजीए के तहत कार्यकारी बोर्ड एक व दो के सहजप्रीत सिंह और तपन भारद्वाज शामिल रहे। इनके अलावा हंसराज पब्लिक स्कूल, पंचकूला के धैर्य गुप्ता, चितकारा इंटरनेशनल स्कूल, सेक्टर 25 की गुरबाई बोपाराय, सेंट ऐनी स्कूल, सेक्टर 32 के कैविश शर्मा, आशियाना पब्लिक स्कूल, सेक्टर 46 की कायरा अरोड़ा, सेंट स्टीफंस स्कूल, सेक्टर 45 के अक्षांश ठाकुर, द ट्रिब्यून स्कूल, सेक्टर 29 की मोनिशा, चितकारा इंटरनेशनल स्कूल के हरलिव कौड़ा, आशियाना पब्लिक स्कूल की शरण्या पाठक शामिल रहे। यूएनएचआरसी समिति में कार्यकारी सदस्य अरहंत महाजन (अध्यक्ष) और हेमंक्ष गुप्ता (उपाध्यक्ष) के अलावा रेयान इंटरनेशनल स्कूल, सेक्टर 49 के राघव शर्मा, ब्लॉसम्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल, पटियाला के सुखमन वासाती, यादवेंद्र पब्लिक स्कूल, मोहाली के ऐशनी सिंह, हंसराज पब्लिक स्कूल, पंचकूला के दक्षेश, सेंट कबीर, सेक्टर 26 के अयान गर्ग, द ट्रिब्यून स्कूल की मिष्टी मनचंदा, को चयनित किया गया। यूएनएससी (समिति 3) के कार्यकारी बोर्ड में अभिजय नागल शामिल रहे। इसमें हंसराज पब्लिक स्कूल, पंचकूला की आराध्या गुप्ता, के अलावा गुरु नानक पब्लिक स्कूल, सेक्टर 36 के वशवीर, अभिरूप पुरस्कृत हुए। इनके अलावा सेंट जोसेफ सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर 44 के जयवर्धन, बीवीसी के अर्नव पुरा, दिल्ली पब्लिक स्कूल, सेक्टर 40 के कबीर सिंह, द ट्रिब्यून स्कूल के ध्रुव गर्ग, सेंट जोसेफ स्कूल की तन्वी, समरबीर कंबोज की कार्यकारी समिति वाली एआईपीपीएम समिति (4) ने हंसराज पब्लिक स्कूल, पंचकूला के हिमाक्ष चौधरी (रिचर्ड वी) को सर्वश्रेष्ठ प्रतिनिधि चुना गया। इनके अलावा गुरुकुल ग्लोबल स्कूल के अर्नव गुप्ता, माउंट कार्मेल स्कूल के देवांश शर्मा, गुरु नानक पब्लिक स्कूल की फलक शेखू, गुरुकुल ग्लोबल स्कूल के नाभिज कौड़ा का विशेष उल्लेख किया गया। आयुष्मान मोंगा की कार्यकारी समिति (4) के तहत हंसराज पब्लिक स्कूल के परमवीर को सर्वश्रेष्ठ पत्रकार के लिए चयनित किया गया। इनके अलावा सेंट सोल्जर स्कूल, पंचकूला की निधानी, गुरु नानक पब्लिक स्कूल की मिथिलेश को सर्वश्रेष्ठ फोटो पत्रकार और ट्रिब्यून स्कूल की प्रेरणा को विशेष उल्लेख के तहत चयनित किया गया। 


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