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Saturday, April 9, 2022

कुछ तो लोग कहेंगे ... आशीष सर से मुलाकात का संयोग और योग

 केवल तिवारी

बहुत लंबे समय बाद स्कूल में चहल-पहल दिखी। चंडीगढ़ के सेक्टर 29 स्थित ट्रिब्यून मॉडल स्कूल। बेटा धवल 7वीं में गया है। बड़े बेटे कार्तिक ने यहीं से 10वीं की थी। कोविड काल के बाद दो साल बाद जब 2 अप्रैल को स्कूल में जाना हुआ तो आनंद की अनुभूति हुई। बच्चे तो कम ही थे, क्योंकि पीटीएम थी, लेकिन माहौल में उत्साह साफ नजर आ रहा था। अलग-अलग ग्रूप बनाए हुए थे। काउंसलर मैडम निकिता अपने संबोधन में सहभागिता की जरूरत को समझा रही थीं। चूंकि हमारा टर्म अभी आना बाकी था, इसलिए पहले संगीत कक्ष में गए। वहां अतुल सर से बात हुई। फिर स्पोर्ट्स रूम में गए। वहां सचिन सर और अनुज सर मिले। फिर बेटे ने कहा कि चलो लाइब्रेरी चलते हैं। लाइब्रेरी में जाना ही संयोग था। वहां आशीष सर मिले। आशीष शुक्ला। योग टीचर।


औपचारिक मुलाकात के बाद अनौपचारिक बातचीत शुरू हो गयी। पूछा हालचाल। मैंने उनसे मंडूकासन के बारे में पूछा। उन्होंने कुछ बातें बताईं। फिर सेहत, कम होते वजन पर मैंने उनसे कुछ बातें शेयर कीं। कुछ देर मेरी बातों को समझने के बाद वह बोले, किशोर कुमार का वह गाना एकदम सही है जिसके बोल हैं, 'कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना।' फिर उन्होंने एक उदाहरण दिया। एक व्यक्ति अगर किसी तरह इंतजाम करके फाइव स्टार होटल में अपने बेटे या बेटी की शादी की रिसेप्शन देता है तो कई लोग कहेंगे, 'अथाह पैसा है तो देगा ही फाइव स्टार में पार्टी।' अगर वह साधारण सी दावत देता है तो फिर उनके अल्फाज हो जाएंगे, 'इतना पैसा होते हुए भी फटीचर ही बना रहता है।' इसलिए छोड़िए इन बातों को। तनाव कम कीजिए। साथ खड़ी पत्नी ने सहमति जताते हुए कहा कि ये छोटी-छोटी बातों का तनाव ले लेते हैं। 
योगासन करते आशीष शुक्ला।

कुछ दिन पहले होमियोपैथ डॉक्टर ने भी कहा था कि तनाव से कई रोग जन्म लेते हैं। अनेक बातें होने के बाद उन्होंने एक दो आसन बताए और प्राणायाम के बारे में समझाया। आशीष सर से बातें करके बहुत अच्छा लगा। ऐसी अनौपचारिक बातें कई बार मेरा मार्गदर्शन करती हैं, लेकिन अनेक बार ऐसा होता है कि अपनत्व की बातें आगे बढ़ते-बढ़ते मैं बहुत कुछ शेयर करने लगता हूं और फिर शुरू होता है तनाव का एक नया अध्याय। हालांकि शेयर करने में कोई दिक्कत नहीं। एक बार एक वरिष्ठ पत्रकार ने मुझसे कहा था कि कितना ही अविश्वास हो, कुछ लोगों को तो आपको अपना बनाना पड़ेगा जिनसे आप बहुत कुछ शेयर कर पाएं। आशीष सर की बताई कुछ बातों को फॉलो कर रहा हूं। उम्मीद है कि अगली मुलाकात में कह सकूं कि जो वेट लॉस हुआ था, वह अब गेन हो रहा है क्योंकि दुआ और दवा साथ चल रही है। प्रयास भी जारी हैं।



1 comment:

YOGI Aatmashish said...

ये मेरा सौभाग्य है कि मैं आप के किसी काम आ सका।